Desh Bhakti Shayari – दोस्तों हमारे देश मे अगर आज हम बिना किसी डर य फिर बिना किसी परेशानी खुले आम इधर उधर घूमते है तो वो सिर्फ और सिर्फ हमारे फौजी भाइयों की वजह से हम घूम पाते क्योंकि हमारे सभी फौजी भी अपना परिवार छोड़ कर हम सब देश वासियों की सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर हमेशा अपने हाथ मे बंदूक तैनात किए खड़े रहते है।
जिस वजह से हमारे देश के ऊपर किसी दूसरे बाहरी व्यक्ति की बुरी नजर नहीं पड़ पाती है। इस लिए आज हम इन सभी फौजी भाइयों के सम्मान के लिए यह कुछ स्पेशल Desh Bhakti Shayari आपको पढ़ाएंगे जो आपको बहुत पसंद आएगी साथ मे आप इन सभी Desh Bhakti Shayari को अपने स्टैटस पर लगा कर इस देश के वीरों को एक सम्मन दे सकते है।
इस लिए अगर आप गूगल पर कोई Desh Bhakti Hindi Shayari खोज रहे हो तो आप हमारी इन सभी Indian Desh Bhakti Shayari को जरूर पढ़ना जो आपको बहुत अधिक पसंद आने वाली और आप इन देशभक्ति शायरी से अपने देश के फौजियों को सम्मान भी दे सकते है।
Desh Bhakti Shayari in Hindi
इस पोस्ट मे हम आपको अब Desh Bhakti Shayari in Hindi पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत ज्यादा पसंद आएगी और जिसे पढ़ने के बाद आप इन्हे अपने दोस्तों मे भी शेयर कर सकते हो ताकि वो सब लोग भी इन Desh Bhakti Shayari को अपने स्टैटस पर लगा का इस देश के फौजियों को सम्मान दे सके।
मेरे हौंसले न तोड़ पाओगे तुम,
क्योंकि मेरी शहादत ही अब मेरा धर्म है,
सीमा पे डटकर खड़ा हूं, क्योंकि ये मेरा वतन है,
देश के शहीदों को नमन.,
आओ झुककर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होते है वो लोग, जिनका लहू इस देश के काम आता है.,
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफन मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ.,
मिटा दिया उनका वजूद जो भी इनसे भिड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिए,
जो जवान सरहद पर खड़ा है,
भारत के वीर जवानों को नमन.,
सोचता हूँ क्या दे पाउँगा जो मैंने पाया है इस देश से,
क्या मैं कभी चुका पाउँगा जो पाया है इस देश से,
मुझे है फैलाना देश सम्मान की भावना,
शायद इस तरह नज़र मिला पाउँगा इस देश से.,
वह “शमा” जो काम आये अपने अंजुमन के लिए,
वह जज्बा जो कुर्बान हो जाए अपने वतन के लिए,
रखते हैं हम जूनून भी, जो मर मिटे अपने हिन्दुस्तान के लिए.,
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाबलाएगा,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा.,
जो भरा नहीं है भावों से,
बहती जिसमे रसधार नहीं,
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं.,
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,
उनके जोश व जज्बें को सलाम कर लें.,
वतन से रिश्ता हमारा, ऐसे न तोड़ पाये कोई,
दिल हमारे एक है, एक है हमारी जान,
हिन्दुस्तान हमारा है, हम है इसकी शान.,
ना पूछो जमाने से क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तानी हैं.,
जरा गौर से सुन ले दुश्मन,
तुम लोग कभी न बच पाओगे,
देख रूप रौद्र तुम सब,
नतमस्तक हो जाओगे.,
ये देश चैन से सोता है वो पहरे पर जब होता है,
जो आँख उठाता दुश्मन तो अपनी जान वो खोता है,
उनकी वजह से आज सुरक्षित ये सारी आवाम है,
दिल से मेरा सलाम है.,
तहे दिल से मुबारक करते है,
चलो आज फिर उन आजादी के लम्हों को याद करते है,
कुर्बान हुए थे जो वीर जवान भारत देश के लिए,
चलो आज उनको प्रणाम करते हैं.,
कुछ नशा इस तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा इस मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये जो हिंदुस्तान की शान का है.,
ये बात हवाओं को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफ़ाजत की हमने,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना.,
कतरा-कतरा भी दिया वतन के वास्ते,
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते,
यूं तो मरते है लाखो लोग रोज,
पर मरना वो है दोस्तों जो जान जाये वतन के वास्ते,
जय हिन्द, जय भारत.,
अगर माटी के पुतले देह में ईमान जिन्दा हैं,
इस देश की समृद्धि का अरमान जिन्दा हैं,
ना भाषण से है उम्मीदें ना वादों पर भरोसा हैं,
शहीदों की बदौलत मेरा हिन्दुस्तान जिन्दा है.,
खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटों हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो.,
काश मेरी ज़िन्दगी मे सरहद की कोई शाम आए,
मेरी ज़िन्दगी मेरे वतन के काम आए,
ना खोफ है मोत का ना आरज़ु है जन्नत की,
लेकीन जब भी ज़िक्र हो शहिदो का,
काश मेरा भी नाम आए,
काश मेरा भी नाम आए.,
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हुं,
यहा की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुं,
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्श पाने की,
तिरंगा हो कफन मेरा, बस यही अरमान रख्ता हूं.,
लड़े तो वीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फोलाद हुआ,
मरते- मरते भी मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ.,
हटा बंदिशे तू कर फ़तेह यह आसमान ले,
तू रूप है हर जीत का, बस अगर तू ठान ले,
पंख टूटे तो फिर क्या, तू होसलो से फिर नई उड़ान ले,
ये वतन तेरा तू इस वतन का कर्जदार है,
तू केसरी दहाड़ के ये सारा हिंदुस्तान ले.,
देश के लिए जीने वाले है हम,
देश के जान देना भी पसंद करते हे,
वक़्त ए तो मर मिटेंगे देश के लिए,
ये वादा आज हम अपने वतन से करते हे.,
ज़िंदा रखने अपनी मात्र भूमि,
सींच दिया अपने रक्त से गलवान को,
ना झुकने दिया न झुकने देंगे,
चाहे कट जाते शीश, बचाने भारत की शान को.,
दिलो में होसलो का तेज और तूफ़ान लिए फिरते हे,
आसमा से ऊँची हम अपनी उड़ान लिए फिरते हे,
वक़्त क्या आजमाएगा हमारी देशभक्ति के जूनून को,
हम तो मुट्ठी में भी अपनी जान लिए फिरते हे.,
खेल गया वो खून की होली,
खा कर अपने सीने पे गोली,
दब गई उस मासूम की बोली,
देश के लिए लगा गए अपनी जान की बोली.,
आशिकी का जूनून आजकल के युवा के जोरो पर है,
सोचो यह जूनून देश पर मर मिटने के लिए हो जाये,
तो देश को रिकार्डेड किस्से सुनने की नौबत ही नहीं आएगी.,
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.,
लड़ें वो बीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ,
मरते-मरते भी की मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ.,
Desh Bhakti Hindi Shayari
अब आइए आपको हम यह कुछ स्पेशल Desh Bhakti Hindi Shayari जो आपको और भी ज्यादा पसंद आएगी क्योंकि इन सभी Desh Bhakti Shayari in Hindi Language मे आपको एक से बढ़ कर एक नई शायरी पढ़ाने को मिलेगी।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे –हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो.,
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.,
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है.,
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं,
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं.,
जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को,
फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को.,
हक मिलता नही लिया जाता है,
आज़ादी मिलती नही छिनी जाती है,
नमन उन देश प्रेमियों को जो देश की,
आज़ादी की जंग के लिये जाने जाते है.,
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं.,
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा,
ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए,
मेरा दिल और जां कुर्बान है.,
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वो वाला याद करलें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वह धारा याद कर ले.,
चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा,
यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में.,
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे –हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो.,
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा,
ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए,
मेरा दिल और जां कुर्बान है.,
जो देश के लिए शहीद हुए,
उनको मेरा सलाम है,
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा,
उन बहादुरों को सलाम है.,
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम-ए-वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है.,
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा,
परबत वो सबसे ऊँचा,
हमसाया आसमाँ का,
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा.,
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये.,
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं.,
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे.,
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा,
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा.,
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर.,
खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर,
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई,
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे,
छू ना पाये सीता का दामन कोई,
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो.,
तिरंगा है आन मेरी,
तिरंगा ही है शान मेरी,
रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी.,
अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं,
आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं,
वंदन करो उन सेनानियों को,
जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं.,
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पे तो मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना के देखो,
तुझ पे मरेगा हर कोई.,
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है.,
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं.,
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं.,
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं,
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं.,
कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,
लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,
डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ.,
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.,
Desh Bhakti Shayari Bhagat Singh
दोस्तों अब हम आपको Desh Bhakti Shayari Bhagat Singh के लिए कुछ स्पेशल भगत सिंह जी के ऊपर की भी अच्छी शायरी सुनाएंगे क्योंकि इस देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए भागात सिंह जी ने अपनी जान तक कुर्बान कर दी थी जिस वजह से आज देश इन वीर पुत्र को हमेशा इस देश की आजादी के लिए याद करता है।
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही.,
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें, भी परेशान हो जाएँ,
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुसलमान हो जाएँ.,
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा,
हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा.,
आओ झुककर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जिनका लहू इस देश के काम आता है.,
गीले चावल में शक्कर क्या गिरी,
तुम भिखारी खीर समझ बैठे,
चंद कुत्तो ने पाकिस्तान जिंदाबाद क्या बोला,
तुम कश्मीर को अपने बाप की ज़ागीर समझ बैठे.,
ऐ पाक, तेरा ख़्वाब नजारा ही रहेगा,
तू क़िस्मत का मारा है मारा ही रहेगा,
तेरे हर सवाल का जबाब करारा ही रहेगा,
कश्मीर हमारा हैं और हमारा ही रहेगा.,
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा यही हैं हिमालय यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं.,
दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत,
हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत,
दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है,
दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत.,
भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,
जख्मो से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,
भारत का वीर जवान हूँ मैं.,
बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहू देकर भी जिसकी हिफाजत की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसायें रखना.,
कुछ नशा तिरंगे की आन का हैं,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का हैं,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का हैं.,
Conclusion
यही सभी Desh Bhakti Shayari आप सभी को काफी पसंद आई होंगी अगर नहीं तो आप हमे कमेन्ट मे बताए हम अपने अगले पोस्ट व Hindi Shayari मे कुछ अच्छा सुधार करेंगे।