Dhokebaaz Shayari – दोस्तों आज की दुनिया मे आपको ऐसे बहुत से लोग मिल जाएंगे जो आपको जब किसी मुसीबत मे फसे हुए देखेंगे तो वह आपको अकेला छोड़ कर भाग जाएंगे क्योंकि वह तब यह समझते की यह मुसीबत आपकी है। इसके लिए वह जिम्मेदार नहीं इस लिए वह आपको अकेले छोड़ कर भाग जाएंगे।
इसी तरह कुछ प्यार का भी मामला होता जिसमे बहुत से आशिक अपने साथी को जीवन के सफर मे अकेले छोड़ कर भाग जाते और फिर उनको यह लगता की यह तो उनकी गलती है। जो उन्होंने हमसे इश्क किया बाकी हम तो सबसे सही है।
इस लिए आज हम आपको कुछ Dhokebaaz Shayari पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत अधिक पसंद आएगी साथ मे आप इन Dhokebaaz shayari को अपने दोस्तों मे भी शेयर कर सकते है। जिससे वह यह मानने मे मजबूर हो जाएंगे की वह ही असली धोकेबाज़ थे आप नहीं।
Dhokebaaz Dost Shayari in Hindi
अब आइए आपको कुछ स्पेशल Dhokebaaz Dost Shayari in Hindi हम पढ़ाने जा रहे जो आपको अधिक पसंद आएगी साथ मे आप इन Dhokebaaz Dost Shayari को अपने दोस्तों मे भी शेयर कर सकते है।
देखि है ज़माने की दोस्ती,
और दोस्तों के धोखे,
देखा है अपना बन कर,
अपनों को लूटते.,
ऐ दोस्त दोस्त बन कर,
मुझे लूट ना जाना,
दोस्ती के नाम को,
ऐसे बदनाम ना कर जाना.,
जिसकी दोस्ती के लोग,
मिसाल दिया करते थे,
वो दोस्त आज दोस्त ना रहा,
मेरे साथ चलने को,
कोई अपना ना रहा.,
देखि यारों की यारी,
और दुनिया की दुनिया दारी,
सब अपना अपना देख लेते है,
वक़्त आने पे साथ छोड़ देते है.,
दोस्ती के नाम पर कलंक था वो हटा दिया,
मिली हर दफा बेवफाई उससे,
उसका नाम ही ज़िन्दगी से हमेशा के लिए, मिटा दिया.,
अपने दुश्मनो को भी माफ़ कर दिया मेने,
तुम तो खेर दोस्त थे तुमसे क्या बदला लेंगे.,
आजकल दोस्ती में यूँ मंजर दीखते है,
हर एक दोस्त के हाथ में नुकीले खंजर दीखते है.,
चार दिन बाज़ के नहीं उड़ने से,
आसमान कबूतरों का नहीं हो जाता.,
देखो किस तरह हक़ को हरा धोखेबाजी जीती है,
कितनी निचे गिर चुकी हमारी यह दोस्ती है.,
ये सांपो की बस्ती है ज़रा देख के चल नादान,
यहां का हर शख्स बड़े प्यार से डस्ता है.,
दिल तोड़ना और धोखेबाजी तो आम सा खेल है,
आजकल सच्चा प्यार करने वालो की बन जाती रेल है.,
हमें मालूम था की मेरा क़ातिल साथ है मेरे ,
मगर पहचानने में थोड़ी देर कर दी हमने.,
तुम ड्रग्स तस्करी करती हो,
कर लो थोड़ी सी लाज प्रिये,
मैं भोला भला सुशांत सिंह,
तुम रिया सी धोखेबाज़ प्रिये.,
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब,
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है.,
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं,
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं.,
धोखेबाजों का चलन है साहब,
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है.,
जमाने को अच्छा समझा, लेकिन वो चालबाज निकला,
अपने को अपना समझा, लेकिन वो धोखेबाज निकला.,
उसकी यादें सदाबहार है,
मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है,
पाकर भी करूंगा क्या,
वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है.,
मेरी यारी का उसने अच्छा परिणाम दिया,
मेरी मुशीबत मे उसने मुझको ही भुला दिया.,
धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में,
इसका मतलब ये तो नही,
की हम भरोसा करना छोड़ दे.,
तुम धोका करो तब भी धोखेबाज नहीं,
हम वफा करें तो भी गुनहगार है,
ये खता तेरी नहीं जान मेरी,
ये तो वक़्त-वक्त की मार है.,
धोखा खानेवाले भी क्या एहसान फरमाते हैं,
दुनिया से एक धोखेबाज की पहचान करवाते हैं.,
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है,
एक धोखेबाज इश्क करने वालों की.,
वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी,
वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था.,
तेरी दोस्ती ने दिए सुकून इतना,
कि तेरे बाद कोई भी अच्छा न लगे,
तुझे करनी हो बेवफाई तू इस अदा से करना,
कि तेरे बाद कोई भी बेवफा न लगे.,
उसने तोडा वो ताल्लुक़ जो हमारी हर बात से था,
उसको दुःख न जाने मेरी किस बात से था,
सिर्फ ताल्लुक़ रहा, लोगों की तरह वो भी,
जो अच्छी तरह वाकिफ मेरी हर बात से था.,
जब दोस्त ही शामिल हो दुश्मनों की चाल में,
तब शेर भी फास जाता है मकड़ी की जाल में.,
ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ,
वक़्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ,
बस दोस्त बदल जाते है वक़्त के साथ.,
बहुत रंगीन ये ज़माना हर शख्स ने रंग दिखाया हैं,
दग़ाबाज़ी करना हमे दोस्तों ने सिखाया है.,
अगर तुम मुझसे पूछते हो कि प्यार क्या होता है,
तो बस इतना कहूँगा पल पल मरना है तो प्यार कर लेना.,
Dhoka Shayari in Hindi
अब आइए हम आपको कुछ स्पेशल Dhoka Shayari in Hindi पढ़ाने जा रहे जिसे आप आसानी से पढे और समझे की एक धोकेबाज़ को किस तरह से फिल करवाए की वह ही असल धोकेबाज़ है। तो उसके लिए आप पढे यह Dhoka Shayari बिना परेशानी।
ले लो वापस दिखाए थे झूठे सपने जो तुमने मुझको,
शायद इसकी जरुरत पड़े अगले शिकार में तुझको.,
जब वफा की बात आयी तो हम ने,
दिल निकाल कर हथेली पर रख दिया,
वो कहने लगे कोई और बात करो,
ऐसे खिलोनो से हम रोज़ खेलते हैं.,
आज किसी की दुआ की कमी है,
तभी तो हमारी आँखों में नमी है,
कोई तो है जो भूल गया हमें,
पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है.,
एक अजीब दास्तान है मेरे अफसाने की,
मैने पल पल कोशिश उसके की पास जाने की,
किस्मत थी मेरी या साजिश थी ज़माने की,
दूर हुई मुझसे इतना जितनी उमीद थी करीब आने की.,
मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों मे,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हे रातें रुलायेंगी.,
चलो तुमसे धोखा खाने के बाद हमें ये तो समझ आया,
बेवफा है ये दुनिया इसलिए अब हमें किसी से दिल नही लगाना.,
इस कदर तुमने हमारा इस्तेमाल किया कि पुरे टूट चुके है हम,
काश तुम हमारी जिंदगी में आते ही नहीं कम से कम न मिलता हमें ये गम.,
हमने तो वादा जिंदगी भर साथ निभाने का किया था,
पर हमें क्या पता था कि इस रिश्ते का अंत ही नहीं था.,
तुम मेरे लिए खास थी क्योंकि प्यार जो तुमसे इतना था,
फिर भी तुमने धोखा दिया पता नहीं क्या थी हमारी खता.,
मान तो तुझे हमने अपना भाई ही लिया था,
पर काम तो तूने दुश्मनो वाला किया है.,
नहीं जानता मैं ये, कि तुम्हारे लिए कितनी खास थी वो,
पर याद रखना इस बात को कि अब दुखी तुम उसी की वजह से हो.,
जिंदगी में कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है,
और मजबूत बनने के लिए दर्द भी सहना पड़ता है.,
किरदार की अज़मत को गिरने न दिया हमने,
धोखे तो बहुत खाये लेकिन धोखा न दिया हमने.,
देख कर रूप उनका मैं दाग हो गया,
हर दोस्त मेरा दुश्मनों के संग हो गया.,
दोस्त ने मुझे तब काफी बातें सीखा दी जब उसने मुझे अपनी औकात दिखा दी.,
हर वक़्त मेरी जुबां पर दोस्ती का ही नाम आया,
पर मेरे बुरे वक़्त में कोई दोस्त मेरे काम ना आया.,
जो दोस्त मुँह के आगे प्यार करते है, अक्सर पीठ पीछे वही वार करते हैं,
दोस्ती के दिन बस चार होते हैं पांचवे दिन पता लग जाता है सारे गद्दार होते हैं.,
दोस्ती टूटना अब अंजाम हो चुकी है, दग़ाबाज़ी दोस्ती का दूसरा नाम हो चुकी है.,
जान पहचान वाले बहुत है पर दोस्त अब कोई नहीं.,
दोस्ती प्यार नहीं सौदेबाज़ी है, दोस्ती साथ नहीं धोकेबाज़ी है.,
Dhokebaaz Shayari Urdu
अब आइए आपको Dhokebaaz Shayari Urdu जो आपको बहुत अधिक पसंद आयेगी तो अगर आप भी अच्छी Dhokebaaz Shayari खोज रहे तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े.
हर समय मेरी जुबा पर यारों का ही नाम आया,
पर मेरे खराब समय मे कोई यार न साथ आया.,
मेरी यारी का उसने अच्छा परिणाम दिया,
मेरी मुशीबत मे उसने मुझको ही भुला दिया.,
जीते जी छीन ली जिंदगानी मेरी,
वो अब मृत्यु का भी उठाती हे,
मेरी कबर पर माला के बहाने,
किसी आशिक से मिलने आती है.,
दुश्मनो के दिल को करार आएगा,
जब दोस्तों के बीच मे दरार आएगा.,
गजब का सुकुन दिया मेरे यार ने,
तेरी गद्दारी के बाद तो,
तुझे करनी हो चालबाजी तू इस शौक से करना,
कि तेरें बाद कोईं भी बेवफा न लगे.,
शायरी नही आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूँ,
बेवफाई का इल्जाम हैं मुझपर फिर भी गुनगुना रहा हूँ,
मुझे धोखा देने वाले ने मुझे ही धोखेबाज बना दिया,
खफा नही है उससे फिर भी मैं उसका दामन बचा रहा हू.,
दिल मेरा काँच सा था वो पत्थर की मूरत जैसा निकला,
सोचा था अनुज सम्भाल लूंगा सब कुछ प्यार से,
पर वो पत्थर पत्थरदिल से भी ज्यादा गद्दार निकला,
अब कैसे कह दूँ वो धोखेबाज़ है दोस्तो.,
ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ,
वक़्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ,
बस दोस्त बदल जाते है वक़्त के साथ.,
हर वक्त मेरी जुबां पर दोस्तों का ही नाम आया,
पर मेरे बुरे वक्त में कोई दोस्त न काम आया.,
दिल के हाथों मजबूर होकर मौका देते हैं,
तभी तो दिल में बसने वाले धोखा देते हैं.,
दोस्ती तोड़ दी ना जाने दुःखी किस बात से था,
पर आज भी लगता है वो वाकिफ़ मेरी हर जज्बात से था.,
मेरी दोस्ती का उसने अच्छा सिला दिया,
मेरी मुफलिसी में उसने मुझको ही भुला दिया.,
दुश्मनों के दिल को करार आएगा,
जब दोस्तों के बीच में दरार आएगा.,
ऐ खुदा, कोई तो मिले ऐतबार के काबिल,
अब तो दोस्त भी धोखा देते है प्यार के खातिर.,
दिल टूट जाए दोस्ती पर इतना ऐतबार मत करो,
जीना मुश्किल हो जाए किसी से इतना प्यार मत करो.,
अब तो लोग फटे हुए कपड़ो को नही सिलते हैं,
दोस्त भी दिलों में नफरत लिए सादगी से मिलते हैं.,
दिल के घाव को धो लेते है आँसुओ के जाम से,
दुश्मनी ऐसे करो कि नफ़रत हो जाए दोस्ती के नाम से.,
जहाँ आस होती हैं वहाँ विश्वास होता हैं,
जहाँ विश्वास होता हैं वहीं तो विश्वासघात होता हैं.,
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा
और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे.,
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब,
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है.,
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें,
उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें.,
धोखेबाजों का चलन है साहब,
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है.,
बो आयने में खुद को कैसे बर्दाश्त करते होंगे,
उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से.,
ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज,
ताकी इसका नशा चढ़े,
और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे.,
आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से,
तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली.,
तुम धोका करो तब भी धोखेबाज नहीं,
हम वफा करें तो भी गुनहगार है,
ये खता तेरी नहीं जान मेरी,
ये तो वक़्त-वक्त की मार है.,
तनहाई मुझे अच्छी लगती है,
महफिल में तो सब धोखेबाज है.,
कोई “शक्ल” नहीं होती धोखेबाजो की,
हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग.,
Conclusion
यही सभी Dhokebaaz Shayari आप सभी को काफी पसंद आई होंगी अगर नहीं तो आप हमे कमेन्ट मे बताए हम अपने अगले पोस्ट व Hindi Shayari मे कुछ अच्छा सुधार करेंगे।