Mast Shayari – दोस्तों जीवन मे मस्त रहना बहुत ही लाभदायक है क्योंकि जब आप अपने सभी कामों से खुश होकर हमेशा मस्त रहते हो तो आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पढ़ता बस आपको अपने काम को पूरा करना होता और फिर उस काम के रिजल्ट का इंतज़ार करते और रिजल्ट अ जाने पर खुश हो जाते।

इसी तरह के लोग आज के जीवन मे सबसे ज्यादा खुशहाल होते और अपने जीवन मे मस्त भी रहते लेकिन इसी के विपरीत कुछ ऐसे लोग भी समज मे होते जिनको देख के लगता ही नहीं की इन्होंने कभी मजाक किया होगा तो आज हम आपको इन्ही जैसे लोग को पूरी तरह से मस्त करने वाले Mast Shayari पढ़ाने जा रहे जो आपको और भी ज्यादा पसंद आएगा।

क्योंकि जब आप इन सभी Mast Shayari को पढ़ोगे तो आपको लगेगा की जीवन मे मस्ती ही सब कुछ है और फिर आप भी इन सभी Mast Shayari के मध्यम से मस्ती करोगे और जीवन मे खुशहाल हो जाओगे तो आइए सुरू करे पढ़ना इन सभी Mast Hindi Shayari को और इन्हे अपने दुखी व टेंशन से भरे दोस्तों को शेयर करके उनको भी इन Mast Shayari in Hindi की कुछ शायरी सुनाई जाए।

 

Mast Shayari for Love in Hindi

अब आइए आपको हम यह Mast Shayari for Love in Hindi पढ़ाने जा रहे जो आपको और भी ज्यादा पसंद आएगी साथ मे आप इन सभी Mast Shayari को अपने दोस्तों को शेयर करके उनको भी मस्त कर सकते हो।

 

लोगों से अलग मंजिल कुछ खास है,
सफर अकेला ही सही, पर इरादा बिंदास है.,

 

ध्यान से सुनना खामोशियों को उनमे भी आवाज होती है,
दर्द को नज़रों से समझ लिया करो जनाब,
ये भी कोई बताने की बात होती है.,

 

सेर को अपना हुनर दिखाने की जरूरत नही,
उसकी मौजूदगी ही जंगल को सुनसान बना देती है.,

 

माना जीवन संघर्षो का समुन्द्र है,
पर किनारे पर किनारे पर ही डूब जाना हमे मंजूर नहीं.,

 

जख्म से रूबरू होगा ये दिल,
कुछ लोग बड़े प्यार से पास आये हैं.,

 

Mast Shayari

 

जब वो तेरी हुयी ही नहीं,
तो अपनी जिंदगी बर्बाद करने का हक कैसे दे दिया.,

 

दुनिया में सब भ्रम और आडम्बर का जाल,
मन में शिव की भक्ति,
कण-कण में महाकाल.,

 

दिल तोडा है किसी ने,
किसी ने सपने भी तोड़े है,
दुसमन तो दूर की बात है,
जलनेवालों में सबसे ज्यादा अपने थे.,

 

हमारी ख़ामोशी लोगो को जला देती है,
सोच हम बिगड़े तो तूफान आएगा.,

 

इक सिर्फ़ हम ही मय को आँखों से पिलाते हैं,

कहने को तो दुनिया में मयखाने हज़ारों हैं,

इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं.,

 

Matlabi Shayari

 

ख़ुद अपनी मस्ती है जिस ने मचाई है हलचल,

नशा शराब में होता तो नाचती बोतल.,

 

क़र्ज़ की पीते थे मय लेकिन समझते थे कि हाँ,

रंग लावेगी हमारी फ़ाक़ा-मस्ती एक दिन.,

 

नज़्ज़ारे ने भी काम किया वाँ नक़ाब का,

मस्ती से हर निगह तेरे रुख़ पर बिखर गई.,

 

बस खुद्दारी ही है मेरी दौलत,  जो मेरी हस्ती में रहती है,

बाक़ी ज़िंदगी तो फ़कीरी है, जो अपनी मस्ती में रहती है.,

 

कोई पत्थर तुम्हें मारे तो आसमां हो जा,

फूल कदमों में गर डाले तो फ़ना हो जा,

क्या अहमियत है किसी के भी नुक्ताचीनी का,

तू जहाँ है अपनी मस्ती में शहंशा हो  जा.,

 

Mast Shayari

 

आते हैं खाब मे अब जो, बेगानो की तरह,

कहानी सिमट कर हो गई अफसानों की तरह,

गुलजार है, अजीज शक्स वो मस्ती मे भूल कर,

कभी बदले गये थे हम भी मकानों की तरह.,

 

सारी सृष्टि है मस्ती में,

बस एक मनुज है दुखी यहाँ,

थोड़ा-सा बोध जगाओ तो,

हो सकते हो चिर सुखी यहाँ,

अब  मस्त  जरा  रहना  सीखो,

बस थोड़ा-सा बहना  सीखो.,

 

मस्ती में झूमता जहाँ है,

खुशियों में झूमता समाँ है,

आये हो बीच हमारे तुम,

कैसे करें तेरा अभिनंदन.,

 

जीवन  हो  ऐसी  मधुशाला,

हो  प्यास  मगर  संतोष  रहे,

जब  होश  रहे  तब  पीता  जा,

जब  पीता  जा  तब  होश  रहे,

मस्ती  का  ऐसा  आलम  हो,

पीने  से  होश  नहीं  कम  हो.,

 

होता नहीं मोहब्बत सूरत से मोहब्बत तो दिल से होती है,

सूरत उसकी प्यारी लगती है कद्र जिसकी दिलसे होती है.,

 

Facebook Shayari 

 

इन्सान सिर्फ एक ही बात से अकेला पड़ जाता है,

जब उसके अपने ही उसे गलत समझने लगे.,

 

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,

फिर भी खुश हूँ मुझको उससे कोई गिला नहीं,

और कितने आसू बहाऊ उसके लिए,

जिसको खुदा ने मेरे नशीब में लिखा नहीं.,

 

वो सुना रहे रहे अपनी वफाओ का किस्सा,

हम पर नजर पड़ी तो वो खामूश हो गए.,

 

बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो,

मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो.,

 

सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,

उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है.,

 

Mast Shayari

 

अब जानेमन तू तो नहीं,शिकवा -ए-गम किससे कहें,

या चुप हें या रो पड़ें,किस्सा-ए-गम किससे कहें.,

 

जो निगाह-ए-नाज़ का बिस्मिल नहीं है,

वो दिल नहीं है, दिल नहीं है, दिल नहीं है.,

 

वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता,

जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूंढता है.,

 

एक आंसू भीहुकूमत के लिए ख़तरा है,

तुम ने देखा नहींआंखों का समुंदर होना.,

 

दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी,

मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ.,

 

Mast Hindi Shayari

अब आइए आपको कुछ और स्पेशल Mast Hindi Shayari पढ़ाने जा रहे जो आपको और भी ज्यादा पसंद आएगी साथ मे आप इन सभी इन Mast Shayari को जरूर पढे ताकि आप इन शायरी की मदद से अपने सभी गम को दूर कर सके।

 

अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ,

जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती.,

 

वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं,

तो इसमें हैरत की बात नहीं,

जिन्हें हम चाहते हैं,

वो आम हो ही नहीं सकते.,

 

सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी,

हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं.,

 

बस दीवानगी की खातिर तेरी गली मे आते हैं,

वरना आवारगी के लिए तो सारा शहर पड़ा है.,

 

तुम  ज़रा  हाथ  मेरा  थाम  के  देखो  तो  सही,

लोग  जल  जायेंगे  महफ़िल  में चिरागों  की  तरह.,

 

Mast Shayari

 

जिस दिन याद करेगा मेरी मोहब्बत को,

बोहुत रोये ग खुद को बेवफा समझ कर.,

 

ना लड़कियों में Interest था, ना पढाई का जज्बा था,

बस 3-4 यार मिल जाते और Last बेंच पर कब्जा था.,

 

हमारी हैसियत का अंदाजा,

तुम ये जान के लगा लो,

हम कभी उनके नहीं होते,

जो हर किसी के हो गए.,

 

तेरे आने की आस सही, मेरी जिन्दगी उदास सही,
तेरी सुराही सलामत रहे, मेरी अधूरी प्यास सही.,

 

पीकर जाम महफिल में, कोई डगमगाये तो क्या करूँ,
शीशी भरी शराब की, कोई बोतल तोड़ जाये तो क्या करूँ.,

 

उनके इन्तजार में हम, पलके बिछाके बैठे थे,
इक वही नहीं आये, जिनके इन्तजार में बैठे थे.,

 

दर्दे दिल के सताये हुए है, हम मुहब्बत के मारे हुये है,
जख्म खाये सीने पे हमने, तेरी अदाओ के मारे हुये है.,

 

मैंने तुझे प्यार किया, तमन्ना चूर हो गयी,
में तो यही रहा मगर, तुम हमसे दूर हो गयी.,

 

चल तेरी डगमग, मुंह वट्टे जैसी,
रत सोवे संग, दिन घुंघट कैसी.,

 

कभी दुश्मन भी दुश्मन से, सुलूक ऐसा नहीं करते,
महीहा वन कर आये हैं, मगर अच्छा नहीं करते,
निगाहें खुद ही उठ जाते है हम देखा नहीं करते.,

 

Mast Shayari

 

थोड़ी मस्ती थोड़ा सा ईमान बचा पाया हूँ,

ये क्या कम है मैं अपनी पहचान बचा पाया हूँ,

कुछ उम्मीदें, कुछ सपने, कुछ महकी-महकी यादें,

जीने का मैं इतना ही सामान बचा पाया हूँ.,

 

जिंदगी की सफ़र यहाँ आसान हैं कहाँ,

दर्द देने वाले तो है हज़ार यहाँ,

दर्द लेने वाले का कोई पता ही नहीं यहाँ.,

 

यू जिस्म की प्यास तो बुझाँलू पर उस सपनो का क्या,

जिसे खुली आखो से हम देखा करते हैं.,

 

उसको आदत थी मेरी,इसलिए ख़त्म हो गई,

हमें मुहब्बत है उनसे,इसलिए बरक़रार है.,

 

दर्द आँखों से निकला तो सबने बोला कायर है ये,

जब दर्द लफ़्ज़ों से निकला तो सब बोले शायर है ये.,

 

दर्द आँखों से निकला तो सबने बोला कायर है ये,

जब दर्द लफ़्ज़ों से निकला तो सब बोले शायर है ये.,

 

तुम पुछो और मैं ना बताऊँ अभी ऐसे हालात नही,

बस एक छोटा सा दिल टुटा है,और कोई बात नहीं.,

 

फिर एक दिन ऐसा भी आया जिन्दगी में,

कि मैंने तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना छोड़ दिया.,

 

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं,

क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,

तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,

गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं.,

 

दुश्वार काम था ग़म को समेटना,
मैं ख़ुद को बांधने में कई बार खुल गया.,

 

ये मत समझ के तेरे काबिल नहीं है हम,
तदो रहे है वो जिसे हासिल नहीं हम.,

 

तुम्हारा तू गुस्सा भी इतना पियारा है की,
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे.,

 

तुम्हारे बगैर ये वक़्त ये दिन और ये रात,
गुजर तू जाते है मगर गुजरे नहीं जाते.,

 

मेरे तेरे पियार की बस इतनी सी कहानी है,
तुझे मुझसे कभी पियार नहीं हुवा,
मुझे तुझसे कभी नफरत नहीं हवी.,

 

मोहब्बत भी इतनी सिद्दत से करो की वो धुका दे कर,
भी सुचे वापस जाओ तू किस मोह से जाओ.,

 

Mast Shayari in Hindi

इसी के साथ अपने दोस्तों को खुश करके उन्हे भी टेंशन से दूर करके पूरी तरह मस्त करके के लिए आप इन सभी Mast Shayari in Hindi की सभी Mast Shayri आपको पढ़ाएंगे।

 

फिर किसी मोड़ पर मिल जाओ तो मोह फेर लेना,
पुराना इश्क है कही उभर गया तो क़यामत होगी.,

 

हिन्दू मजहब से नफरत करो ये कुरान नहीं कहेता,
और हिंदुस्तान कि मास्जिदे तोड़ो ये राम नहीं कहेता.,

 

ख़तम कर दी थी ज़िन्दगी की हर खुशियाँ तुम पैर,
कभी फुर्सत मिले तो सोचुना मोहब्बत किसने किती.,

 

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे.,

 

हाथ ख़ाली हैं तेरे शहर से जाते जाते,
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,
उम्र गुज़री है तेरे शहर में आते जाते.,

 

 

चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं,​
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश​,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है.,

 

​तेरी हर बात ​मोहब्बत में गँवारा करके​,
​दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके​,
​मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी​,​​
​तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके.,

 

आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तो,
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो.,

 

अजीब लोग हैं मेरी तलाश में मुझको,
वहाँ पर ढूंढ रहे हैं जहाँ नहीं हूँ मैं,
मैं आईनों से तो मायूस लौट आया था,
मगर किसी ने बताया बहुत हसीं हूँ मैं.,

 

उसे अब के वफ़ाओं से गुजर जाने की जल्दी थी,
मगर इस बार मुझ को अपने घर जाने की जल्दी थी,
मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता,
यहाँ हर एक मौसम को गुजर जाने की जल्दी थी.,

 

बहुत गुरूर है दरिया को अपने होने पर,
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ.,

 

कहीं ऐसा न हो मैं तुझको शर्मसार कर बैठूँ,

तू कुछ सवाल रहने दे मैं कुछ जवाब रहने दूँ.,

 

तेरी बात ख़ामोशी से चुपचाप मान लेना,

आज  भी ये अन्दाज़ है मेरी नाराज़गी का.,

 

दिल के दरवाजे हमेशा खुले रखता हूँ, क्या पता,

कब तुम्हे वापसी का ख्याल आ जाए.,

 

तुम जो थाम लेते हो मेरा यह हाथ सपनो में,

कुछ इसलिए नींद के शौक़ीन हो रहे हैं हम.,

 

 

फ़रिश्ते ही होंगे जिनका इश्क मुकम्मल होता है,

हमने तो यहाँ इंसानों को बस बर्बाद होते देखा है.,

 

ज़हन की चादर में ख्यालों के धागे हैं,

ओढ़े हैं जो किरदार सबके सब आधे हैं.,

 

सख़्त रातों में आसान सफ़र लगता है,
यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है.,

 

तजुर्बा कहता है मोब्बत से किनारा कर लूं,
दिल कहता है कि ये तजुर्बा दोबारा कर लूं.,

 

यूं तो हमने घूम लिया सारा जहां,
लेकिन तेरी गली की बात ही कुछ और है.,

 

हमदर्दी न करो मुझसे ऐ मेरे हमदर्द दोस्तों,
वो भी बड़ा हमदर्द था जो दर्द हजारों दे गया.,

 

यूं तो फरिश्तों ने भी एक फ़रिश्ते का साथ छोड़ दिया,
अजीब इतेफाक था उसको भी किसी से इश्क़ हुआ था.,

 

रात गहरी थी डर भी सकते थे,
हम जो कहते थे कर भी सकते थे,
तुने साथ तो छोडा़ मगर ये भी ना सोचा,
हम तो पागल थे मर भी सकते थे.,

 

तू हजार बार भी रुठेगी तो भी तुझें मना लूँगा,
तुझसे प्यार किया हैं कोई गुनाह तो नही,
जो तुझसे दूर होकर खुद को सजा दूँगा.,

 

वहाँ तो सिर्फ उनकी पायल खनकी हैं,
तब इतना शोर शराबा है,
यहाँ तो मेरा दिल ही टूटा गया,
ताज्जुब हैं फ़िर भी कितना सन्नाटा हैं.,

 

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है.,

 

होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा.,

 

उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत,
मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले.,

 

कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा,
नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा.,

 

ये बात, ये तबस्सुम, ये नाज, ये निगाहें,
आखिर तुम्हीं बताओ क्यों कर न तुमको चाहें.,

 

 

क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी.,

 

तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये.,

 

इश्क के सहारे जिया नहीं करते,
गम के प्यालों को पिया नहीं करते,
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे,
जिनको परेशान न करो तो वो याद ही किया नहीं करते.,

 

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो,
धूप आये तो सरसों पीली न हो,
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि,
तेरी याद आये और पलकें गीली न हों.,

 

हर रोज़ पीता हूँ तेरे छोड़ जाने के ग़म में,
वर्ना पीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं,
बहुत याद आते है तेरे साथ बिताए हुये लम्हें,
वर्ना मर मर के जीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं.,

 

कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता,
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता,
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं,
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता.,

 

कुछ सोचूं तो तेरा ख्याल आ जाता है,
कुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है,
कब तक छुपाऊँ दिल की बात,
उसकी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है.,

 

सितम की रस्में बहुत थीं लेकिन, न थी तेरी अंजुमन से पहले,
सज़ा खता-ए-नज़र से पहले, इताब ज़ुर्मे-सुखन से पहले,
जो चल सको तो चलो के राहे-वफा बहुत मुख्तसर हुई है,
मुक़ाम है अब कोई न मंजिल, फराज़े-दारो-रसन से पहले.,

 

चाहा तो हमने भी था उसको हद से ज्यादा,

पर इस कहानी को ऊपर वाले ने नहीं लिखा इससे ज्यादा.,

 

दिल में जो बसता है वो दिल की मर्ज़ी से होता है,

पर वहाँ बसे रहना न रहना हमारी मर्ज़ी से होता है.,

 

सुना है बिलकुल भी आसान नहीं है ज़िन्दगी,

पर अपना कर्म करो तो कठिन भी नहीं है ज़िन्दगी.,

 

परख लेना अपने चाहने वालों में से किसी को भी,

तेरे दिल को तलाश हमेशा हर किसी में मेरे वफ़ा की ही रहेगी.,

 

दिल में मेरे उसको उतार दिया खुदा मेरे,

पर उसके हाथों के लकीरों में मुझे उतारना भूल गया.,

 

प्यार तो किया था बहुत किया था मैंने उससे,

पर वो हमेशा मेरी तरफ से ही था.,

 

खुशबू बनकर तेरी साँसों में शमा जायेंगे,
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे,
महसूस करने की कोशिश तो कीजिये एक बार,
दूर रहते हुए भी पास नजर आएंगे.,

 

यू दूर रह कर दूरियों को बढ़ाया नहीं करते,
अपने दिवानो को सताया नहीं करते,
हर वक़्त बस जिसे तुम्हारा ख़याल हो,
उसे अपनी आवाज़ के लिए तड़पाया नहीं करते.,

 

आपकी हसी बहुत प्यारी लगती है,
आपकी हर ख़ुशी हमें लगती है,
कभी दूर न करना खुद से हमें,
आपकी दोस्ती हमें जान से भी प्यारी लगती है.,

 

तोड़ना होता तो रिश्ता हम ना बना,
उम्मीद नहीं होती तो सपने हम ना सजाते,
ऐतेबार किया है हमने आपकी वफ़ाओ पे,
भरोसा ना होता तो अपने दिल का हिस्सा न बनाते.,

 

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ,
ना तुम समझ सको कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है.,

 

Conclusion

यही सभी Mast Shayari आप सभी को काफी पसंद आई होंगी अगर नहीं तो आप हमे कमेन्ट मे बताए हम अपने अगले पोस्ट व  Hindi Shayari मे कुछ अच्छा सुधार करेंगे।

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