Narazgi Shayari – दोस्तों आज के समय मे हर कोई जरा – जरा सी बात पर नाराज होने लगते है जिसके बाद कुछ लोग तो आपको मन लेते जिनको आपके साथ न टूटने का डर होता है। लेकिन कुछ लोग नहीं मना पते क्योंकि वह यह सोचते की यहाँ नाराज है तो अपनी गलती से इस लिए हम इनको नहीं मनाएंगे।
इसी सोच के कारण आज के समय मे बहुत से लोगों के रिश्ते टूट जाते है इस लिए आज हम आपको कुछ स्पेशल Narazgi Shayari आपको पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत पसंद आएगी और यह Narazgi Shayri पढ़ाने का हमारा केवल एक मकसद यह की आप इसे पढे और समझे की जो रिश्ते एक बार टूट जाते और फिर उन्हे हम कितनी भी कोशिस करके जोड़े लेकिन वह जुड़ेंगे नहीं।
इस लिए अगर आप किसी से कोई बाट को लेकर नाराज हो तो अपनी नाराजगी को तुरंत खत्म करो और अपने उस मित्र से अपनी गलती न होते हुए भी माफी मांग लो क्योंकि माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता लेकिन अपने रिश्ते की कदर करने वाला सबसे बड़ा होता है तो आइए इन Narazgi Shayari की मदद से पहले अपने दिमाग को बदले फिर इन्हे पढ़ते – पढ़ते अपने उन दोस्तों को भी शेयर करे जो आपसे बहुत नाराज है।
तो आइए सुरू करे पढ़ना इन सभी नाराजगी शायरी को और फिर इन सभी Naraz Shayari को शेयर करे अपने उन सभी नाराज दोस्तों को जो आपके किसी न किसी बाट को लेकर खफा हो चुके है तो आइए सुरू करे पढ़ना Narazgi Shayari बिना किसी परेशानी।
Narazgi Shayari in Hindi
अब आपको हम यह Narazgi Shayari in Hindi पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत ज्यादा पसंद आएगा साथ मे आप इन सभी Narazgi Shayari को एक बार जरूर पढे और अपने दोस्तों मे शेयर भी करे ताकि वह भी इन सभी शयारी को पढ़ कर अपने आप को बदल सके।
हर बात खामोशी से मान लेना,
यह भी अंदाज़ होता है नाराज़गी का.,
बेशक मुझपे गुस्सा करने का हक है तुम्हे,
पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना.,
गलती तो सबसे होती है, हाँ मुझसे भी हो गयी,
अब माफ़ भी कर दे मुझे, क्यों दूर इतना हो गई,
एक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी.,
रिश्ता” दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
“नाराजगी” शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं.,
मेरी नाराज़गी को मेरी,
बेवफ़ाई मत समझना,
नाराज़ भी उसी से होते है,
जिससे बेइंतिहा मोहब्बत हो.,
याद रखना भी बहुत हिम्मत का काम है,
क्यूंकि किसी को भुला देना आजकल बहुत आम बात है.,
तुम हमसे फासले बरकरार ही रखना,
तुम पर अब लिखने की तैयारी है,
आखों के करीब रख किताबे लिखी-पढ़ी नही जाती,
उसके लिए कुछ फासलें बहुत जरूरी है.,
हम रूठे भी तो किसके बहाने रूठे,
कौन है जो आएगा हमें मनाने,
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको,
पर दिल कहाँ से लाये आपसे रूठ जाने के लिए.,
रिश्तों से बड़ी चाहत क्या होगी,
दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी,
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा,
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी.,
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते है अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है.,
किसी से करो प्यार इतना,
कि किसी ओर से मिलने की गुंजाइश ना रहे,
वो मुस्कुरा देँ आपको देख कर एक बार,
तो जिंदगी से फिर कोई ख्वाहिश न रहे.,
हमारे दिल न देने पर ख़फ़ा हो,
लुटाते हो तुम्हीं ख़ैरात कितनी.,
ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में,
हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है.,
छेड़ मत हर दम न आईना दिखा,
अपनी सूरत से ख़फ़ा बैठे हैं हम.,
ख़ुदाई को भी हम न ख़ुश रख सके,
ख़ुदा भी ख़फ़ा का ख़फ़ा रह गया.,
इश्क़ में तहज़ीब के हैं और ही कुछ फ़लसफ़े,
तुझ से हो कर हम ख़फ़ा ख़ुद से ख़फ़ा रहने लगे.,
या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से,
कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है.,
नाराज़गी न हो तो मोहब्बत है बे-मज़ा,
हस्ती ख़ुशी भी ग़म भी है नफ़रत भी प्यार भी.,
जिस की हवस के वास्ते दुनिया हुई अज़ीज़,
वापस हुए तो उसकी मोहब्बत ख़फ़ा मिली.,
एक ही फ़न तो हम ने सीखा है,
जिस से मिलिए उसे ख़फ़ा कीजे.,
क्या कहूँ क्या है मेरे दिल की ख़ुशी,
तुम चले जाओगे ख़फ़ा हो कर.,
अब तो हर शहर में उसके ही क़सीदे पढ़िए,
वो जो पहले ही ख़फ़ा है वो ख़फ़ा और सही.,
मुझको हसरत कि हक़ीक़त में न देखा उसको,
उसको नाराज़गी क्यूँ ख़्वाब में देखा था मुझे.,
मुझको तेरा मिलना बिछड़ना याद है,
बिन बात वो लड़ना झगड़ना याद है.,
बेशक तुम्हें गुस्सा करने का हक है,
मुझ पर नाराजगी में कहीं ये मत भूल जाना,
की हम बहुत प्यार करते हैं तुमसे.,
Shayari on Narazgi
दोस्तों अब आपको हम यह स्पेशल Naraz Shayari के यह स्पेशल शायरी पढ़ाने जा रहे जो को आपको यह अहसास दिलाएगी की नाराज होने से कुछ नहीं होता जीवन मे खुशी और साथ यही चीज आपको एक अच्छा व्यक्ति बनती है तो आइए सुरू करे पढ़ना इन सबही Shayari on Narazgi को बिना किसी परेशानी।
सोचती हूं मैं अपने किस्से कहूं,
चुप इसलिए भी हूं कि किस से कहूं.,
क्यूं शर्मिंदा करते हो हाल पूछकर,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है.,
क्यूं शर्मिंदा करते हो हाल पूछकर,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है.,
गुलाब लाने से लेकर धनिया लाने तक का,
सफ़र करना है तुम्हारे साथ.,
ना जाने कौन से विटामिन्स भरे हैं तुझमें,
जब तक बात ना कर लूं कमज़ोरी सी रहती है.,
लड़की हो तुम कमरे में कहीं रो लोगी,
मुझे काम पर जाना है सबसे मिलना है मेरा क्या होगा.,
वैसे तो मोहब्बत में हमने सर झुकाया कई बार लेकिन,
जब बात नफ़रत की आई, तो उसका शहर भी छोड़ दिया.,
उसके जैसा कोई और कैसे हो सकता है,
अब तो वो खुद भी अपने जैसा ना रहा.,
नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे,
तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते,
तेरी बातें ही सुनाने आए,
दोस्त भी दिल ही दुखाने आए.,
नाराजगी वहाँ मत रखिएगा मेरे दोस्त,
जहाँ आपको ही बताना पड़े आप नाराज हैं.,
मनाया नहीं जायेगा मुझसे इस बार वो शख़्स,
उसकी नाराज़गी से इस बार आबाद कोई और है.,
जब नाराजगी अपनों से हो तो खामोशी ही अच्छी,
अब हर बात पर जंग हो ये जरुरी तो नहीं.,
इतना ही गुरुर था तो मुकाबला इश्क का करती ऐ बेवफा,
हुस्न पर क्या ईतराना जिसकी ओकात ही बिस्तर तक हौ.,
जिसकी वजह से मेंने छोड़ी अपनी साँस,
आज वो ही आके पूछती हे किसकी हे ये लाश.,
ज़िन्दगी ने मर्ज़ का क्या खूब इलाज सुझाया,
वक्त को दवा बताया ख्वाहिशों से परहेज़ बताया.,
ऐ जीन्दगी जा ढुंड॒ कोई खो गया है मुझ से अगर,
वो ना मिला तो सुन तेरी भी जरुरत नही मुझे.,
गांव में अभी भी बेमतलब रोनक होती है,
शहरों में मतलब ना हो तो चार लोग इकट्ठे नहीं होते .,
प्यार भी हर किसी के बस का नहीं है,
साला जिगर चाहिए बर्बाद होने के लिए.,
कुछ लोगों की सोच को देखकर पूछने का मन होता है,
की भाड़ में आप खुद चले जाओगे या छोड़ के आऊँ.,
लडाई कितनी भी हो,
हम फिर भी तुमको मना सकते हैं,
सोचा तुमसे बात करने की,
फिर याद आता है तुमने कहा था,
आप जा सकते है.,
मत पूछो कैसे गुजरता है हर,
पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी,
देखने की तमन्ना.,
काश ये दिल बेजान होता,
ना किसी के आने से धडकता,
ना किसी के जाने पर तडपता.,
हिम्मत बहुत की है मैंने,
तुम्हे भुलाने की,
पर कम्बक्त इश दिल से,
अव तक नहीं निकाल पाया हूं मै,
हा तुम्हे नहीं भूल पाया हूं मै.,
Naraz Shayari in Hindi
हा तो दोस्तों आप सभी ने Narajgi Shayari के सभी स्पेशल शेयरी को तो अब तक पढ़ ही लिया होगा तो आइए अब हम आपको यह Naraz Shayari in Hindi की स्पेशल कुछ और भी शेयरी पढ़ाने जा रहे जो की आपको और भी अच्छा ज्ञान देगी।
इतना तो बता जाओ,
खफा होने से पहले,
वो क्या करें जो तुम से खफा,
हो नहीं सकते.,
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई,
बात नही लेकिन,
रवैये अजनबी हो जाये तो बडी,
तकलीफ देते हैं.,
मुझे खुद से दूर कर,
किसी ओर को दिल मै बसाया ही क्यों,
ओर अव ये तू ही सोच,
हमारे बीच कोई तीसरा आया ही क्यों.,
हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैं,
खफ़ा नहीं कदर करते हैं दोस्तों की दिल से,
हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैं,
लेकिन बेवफ़ा नहीं.,
खता हो गयी तो फिर मुझे सज़ा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यूँ है ये वजह बता दो,
देर हो गयी याद करने में मुझे जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये,
ख्याल तो मिटा दो.,
कुछ इस तरह वो,
रिश्तों की नुमाइश करती है,
खुदको अच्छी दिखाने k लिए,
वो अक्सर मेरी बुराई करती है.,
मुझसे नाराज़ हो क्या,
जो नज़रे हमसे चुराते हो,
वो कौनसी ऐसी बात है,
जो होथो मै अपनी दबाते हो.,
तुम्हारी हर अदा है सबसे नियारी,
जब रूठ जाती हो तुम,
तो लगती हो बहुत प्यारी.,
खुद के बनाए रिश्तों मै,
उलझता जा रहा हूं,
एक तुझे पाने की ज़िद मै,
खुद को खोता जा रहा हूं.,
वो रोए तो बहुत पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए,
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े,
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए.,
तुम हो मेरी धड़कन,
तुम हो मेरी जान,
मान जाओ न अब,
और कितना करेंगे हमें परेशान.,
खुदा भी नाराज है देखकर मेरी इबादत,
कहता है मुझे पांच वक़्त और उसे हर वक़्त.,
तेरी हर बात ख़ामोशी से मान लेना,
यह भी अन्दाज़ है मेरी नाराज़गी का.,
अजीब अदा है लोगों की,
नजरें भी हम पर नाराजगी भी हमसे.,
अजिब अदा है लोगों की,
नजरे भी हम पर नाराजगि भी हमसे.,
नाराज़गी कभी वहां मत,
रखियेगा जहाँ खुद आपको,
बताना पड़े की आप नाराज़ हो.,
नाराज तो हम पहले भी हुआ करते थे,
बस फर्क इतना है पहले तुम मना लिया,
करते थे और अब तुम्हे हमारी नाराजगी,
की खबर भी नहीं होती.,
सुना है वो जाते हुए कह गये के अब,
तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे,
कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले,
हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे.,
निगाहें मिल जाती हे तो इश्क़ हो जाता हे,
पलखे उठे तो इज़हार हो जाता है ना जाने.,
क्या नशा हे मोहब्बत में के कोई अनजान,
भी ज़िन्दगी का हक़दार बन जाता हे.,
लडाई कितनी भी हो,
हम फिर भी तुमको मना सकते हैं,
सोचा तुमसे बात करने की,
फिर याद आता है तुमने कहा था,
आप जा सकते है.,
मुझे खुद से दूर कर,
किसी ओर को दिल मै बसाया ही क्यों,
ओर अव ये तू ही सोच,
हमारे बीच कोई तीसरा आया ही क्यों.,
मुझसे नाराज़ हो क्या,
जो नज़रे हमसे चुराते हो,
वो कौनसी ऐसी बात है,
जो होथो मै अपनी दबाते हो.,
खुद के बनाए रिश्तों मै,
उलझता जा रहा हूं,
एक तुझे पाने की ज़िद मै,
खुद को खोता जा रहा हूं.,
इश्क़ मै उसका हाथ,
क्यों छूट जाता है,
मोहब्बत सच्ची होकर भी,
हर कोई क्यों टूट जाता है.,
हाल क्या पूछते हो यारो,
हम तो मज़े मै है,
मोहाबत हो गई थी कभी,
हम तो अभी तक नशे मै है.,
अगर जिस्म पाना मोहब्बत है,
तो हमने मोहब्बत कभी की ही नहीं,
ओर तुमने नहीं जाना मुझे अभी तक,
तो फिर जा तू मेरी कभी थी ही नहीं.,
झगड़ा मुझसे कर के,
सबसे बात कर रहे हो,
अरे सच सच बताना,
इश्क़ कर रहे हो या,
मज़ाक कर रहे हो.,
जब तड़पेगी तू प्यास से,
तूझे वो बादल याद आएगा,
जब छोर जाएगा तूझे वो,
तब तूझे ये पागल याद आएगा.,
फोन कर के रो रहा था मै उसको,
सुनो तुम्हारी याद आ रही है,
उसने फोन यह कह के काट दिया,
सुनो तुम्हारी आवाज़ खराब आ रही हैं.,
Conclusion
यही सभी Narazgi Shayari आप सभी को काफी पसंद आई होंगी अगर नहीं तो आप हमे कमेन्ट मे बताए हम अपने अगले पोस्ट व Hindi Shayari मे कुछ अच्छा सुधार करेंगे।