Raat Shayari – दोस्तों आज हम आपको यह स्पेशल Raat Shayari पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत अधिक पसंद आएगी क्योंकि यह रात शायरी आपको बहुत ही ज्यादा रोमांटिक कर देगी जिसके बाद आप अपने प्यार की यादों मे पूरी तरह से घुल जाओगे।
इस लिए आइए आज हम आपको यह कुछ स्पेशल Raat Shayari पढ़ाने जा रहे जो शायरी आपको इस चाँद के साथ – साथ अपने उस चाँद की भी याद दिलाएगी जिसे आप बहुत ही ज्यादा चाहते हो।
इस लिए आइए मिल कर करे इन सभी Raat Ki Shayari को और इस पढ़ने के बाद पूरी तरह से खो जाए अपने उस चाँद मे जिसे आप बहुत ही अधिक चाहते हो साथ मे आप जिसे पाने के लिए हर रोज ख्वाब देखा करते हो।
Raat Shayari in Hindi
अब आइए आपको हम यह सभी स्पेशल Raat Shayari in Hindi पढ़ाने जा रहे जो आपको बहुत अधिक पसंद आएगी साथ मे आप इसे अपने दोस्तों मे भी शेयर कर सकते हो ताकि आप उसके चाँद के टुकड़े को भी इन Raat Shayari की मदद से याद दिल सको।
एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के.,
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया,
वो जान ही न पाए जज्बात मेरे,
मैंने सबसे ज्यादा जिन्हें प्यार किया.,
आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया,
मैंने दिये को आँधी की मर्ज़ी पे रख दिया.,
जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
जूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मानकर ऐतबार करते हैं.,
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते हैं अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है.,
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है.,
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता.,
उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं,
शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं,
काटने से भी जो ना कटे वक्त,
उसी को मोहब्बत में इंतज़ार कहते हैं.,
हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना,
भरोसा हो तो किसी से प्यार कर लेना,
खोना पाना तो नसीबों का खेल है,
ख़ुशी मिलेगी बस थोड़ा इंतज़ार कर लेना.,
फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये,
कहीं लिखते लिखते शाम न हो जाये,
कर रहे हैं इंतज़ार तेरी मोहब्बत का,
इसी इंतज़ार में ज़िन्दगी तमाम न हो जाये.,
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर,
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते है.,
रातो में टुटी छतों पे टपकता है चाँद,
बारिशों सी हरकते भी करता हैं चाँद.,
डूब चुका जब नील गगन की झेल में तेरा हर वादा,
चमक रहा था मेरा दिल में फिर भी तेरे गम का चाँद.,
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं,
चमकता सूरज भी तो ढल जाता हैं चाँद के लिए.,
रुसवाई का डर हैं या अंधेरो से मुहब्बत खुदा जाने,
अब मै चाँद को अपने आँगन मे उतरने नहीं देते.,
ना जाने किस रैन बसेरो का तालाश हैं इस चाँद को,
रात भर बिना कम्बल भटकता रह हैं इस सर्द रातो में.,
आप कुछ मेरे आईना ए दिल में आए,
जिस तरह चाँद उतर आया हो पैमाने में.,
ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सुरत दी हैं,
उस ही मालिक ने मुझे भी तो मुहब्बत दी हैं.,
चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता हैं,
उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता हैं.,
कोन कहता हैं कि चाँद तारे तोड़ लाना जरुरी हैं,
दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज वही काफी हैं.,
तस्वीर बना कर तेरी आसमा पे टांग आया हूँ,
और लोग पुछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे हैं.,
रात भर तेरी तारिफ़ करता रहा चाँद से,
चाँद इतना जला कि सूरज हो गया.,
सारी रात गुजारी हमने इसी इंतजार में,
कि अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में.,
बेचैन इस कदर था कि सोया ना रात भर,
पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर.,
चलो चाँद का किरदार अपना ले हम दोस्तों,
दाग अपने पास रखे और रौशनी बाँट दे.,
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा,
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ आज शाम से मै.,
ऐ चाँद चला जा क्यों आया है तू मेरी चौखट पर,
छोड़ गया वो शख्स जिसके धोखे में तुझे देखते थे.,
खुबसुरत गजल जैसा हैं तेरा चाँद सा चेहरा,
निगाहे शेर पढ़ती हैं तो लव इरसाद करते हैं.,
मन्तजिऱ हूँ कि सितारें की जरा आँखं लगे,
चाँद को छत पे बुला लूगा इशारा करके.,
रात भर आसमां में हम चाँद ढूढ़ते रहे,
चाँद चुपके से मेरे आँगन उतर आया.,
Raat Ki Shayari
दोस्तों बहुत लोग रात को सोने से पहले एक दूसरे को गुड नाइट के लिए Raat Ki Shayari का इस्तेमाल करते इस लिए हम उन सभी के लिए भी यह स्पेशल Raat Shayari लेकर आए है।
तु अपनी निगाहो से ना देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,
सब कहते होगे चाँद का टुकडा हैं तू,
मेरी नजर चाँद तेरा टुकडा लगेगा.,
ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता हैं,
क्यों मेरे साथ सारी रात जागा करता हैं,
मैं तो बन बैठा हू दिवाना उनके प्यार में,
क्या तू भी किसी से बेपनाह मुहब्बत करता हैं.,
ढूँढ़ता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को,
मुझे कुछ काम नहीं दुनिया कि बातों से,
आसमाँ दे ना सका चाँद अपनी आगन का,
माँगती रह गई धरती कई रातो में.,
कितना हसीन चाँद सा चेहरा हैं,
उसपे सवाब का रंग गहरा हैं,
खुदा को यकीन ना था वफा पे,
तभी चाँद पे तारों का बसेरा हैं.,
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे ओर कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे है हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई.,
तू है सूरज तुझे मालूम कहाँ रात का दर्द,
तू किसी रोज मेरे घर में उतर शाम के बाद.,
शायरी में कहाँ सिमटता है दर्द-ए-दिल दोस्तो,
बहला रहे हैं खुद को जरा कागजों के साथ.,
मेरी फितरत में नहीं अपना दर्द बयां करना,
अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर मुझे.,
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है.,
कैसी बीती रात किसी से मत कहना,
सपनो वाली बात किसी से मत कहना,
कैसे उठे बादल और कहां जाकर टकराए,
कैसी हुई बरसात किसी से मत कहना.,
दिन भर की थकान अब मिटा लीजिए,
हो चुकी रात रोशनी बुझा लीजिए,
एक खूबसूरत ख्वाब राह देख रहा है,
बस पलकों का परदा गिरा लीजिए.,
जी चाहता हें तुम से प्यारी सी बात हो,
हसीन चाँद तारे हो, लम्बी सी रात हो,
फिर रात भर यही गुफ्तगू रखें हम दोनों,
तुम मेरी जिंदगी हो, तुम मेरी कायनात हो.,
सितारों को आँखों में महफूज रखना,
बड़ी देर तक रात ही रात होगी,
मुसाफिर हैं हम, मुसाफिर हो तुम भी,
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी.,
बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर,
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर,
जिस्म में दर्द का बहाना बना के,
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर.,
सितारों को आँखों में महफूज रखना,
बड़ी देर तक रात ही रात होगी,
मुसाफिर हैं हम, मुसाफिर हो तुम भी,
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी.,
मोहब्बत तो सिर्फ एक इत्तेफाक है,
ये तो दो दिलों की मुलाकात है,
मोहब्बत ये नहीं देखती कि दिन है या रात है,
इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज़्बात है.,
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.,
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.,
रात का अँधेरा कुछ कह रहा,
चाँद अपनी चांदनी में बह रहा,
रात का अँधेरा संकेत दे रहा,
चलो सो जाये ये कह रहा.,
इन सोई हुई आँखों को गुड नाईट कहने आये हैं,
जो देख रहे हो उन ख़्वाबों में सलाम कहने आये हैं,
दुआ है गुज़रे सबसे हसीं ये रात तुम्हारी,
बस आज रात यही पैग़ाम देने आये हैं.,
यादों से तुम्हारी हम बेइन्तहा प्यार करते हैं,
हर साँस हम तुम पर न्योछार करते हैं,
कभी मिले वक़्त तो हमें भी याद कर लेना,
हर रात हम तुम्हारी गुड नाईट का इंतज़ार करते हैं.,
भेजा है तारों को तुम्हे सुलाने के लिए,
आया है गगन में चाँद तुम्हे लोरी सुनाने के लिए,
खो जाओ अब इस मीठी रात के सपनों में तुम,
सुबह भेजेंगे सूरज तुम्हे जगाने के लिए.,
नींद से क्या शिकवा जो आती नही रात भर,
कसुर तो उन सपनों का है जो सोने नही देते.,
अभी तो धुप निकलने के बाद सोया है,
सारी रात तुजे याद कर कर के रोया है.,
खुदा करे ये घटा आज टूट कर बरसे,
मैं देखता ही रहों तुझको जी भर के,
दिल का रिश्ता जोड़के सारी दुनिया छोड़के,
भीगी-भीगी रातों मैं प्यार हम करें.,
देखो चिरगे -शाम जली रात हो गई,
फिर मैकदे मैं नूर की बरसात हो गई,
बे नाम सी ख़लिश है नज़र बदहवास है,
कोई सबब नहीं है मगर दिल उदास है,
कितनी अजब सुरते हालत हो गई,
फिर मैकदे मैं नूर की बरसात हो गई.,
जहाँ तलक ये हसीं गुनगुनाती रात चले,
नज़र-नज़र से मिले दिल से दिल की बात चले,
हमारे दिल की तड़प कुछ तो अपने काम आए,
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आए.,
बे नाम सी ख़लिश है नज़र बदहवास है,
कोई सबब नहीं है मगर दिल उदास है,
कितनी अजब सुरते हालत हो गई,
फिर मैकदे मैं नूर की बरसात हो गई.,
ए दिल तेरी आहों में असर है की नहीं,
जो हाल इधर है वो उधर है की नहीं,
जिनकी खातिर रातें मेरी बे- खवाब होईं,
उनको मेरे इस गम की खबर है की नहीं.,
रात क्या ज़िंदगी गुज़री तेरे बगैर,
जाग कर उम्र गुज़ारी तेरे बगैर,
फूलों पर भी कांटो को महसूस किया है हमने,
इस तरा ह हयात गुज़ारी तेरे बगैर.,
Chand Raat Shayari
दोस्तों आपको पता होता की मुस्लिमों का एक सबसे अच्छा पर्व चाँद रात होता जिसमे वह एक दूसरे को बधाई देते है तो उने लिए भी हम यह Chand Raat Shayari लेकर आए जिसे आप एक दूसरे को बधाई देने के लिए इस्तेमाल कर सकते है।
याद तेरी हर पल सताती है मुझे,
रात को नींद नहीं आती है मुझे,
जब भी तेरा हसीन खयाल आता है मुझे
फिर बड़ी चैन की सांस आती है मुझे.,
तेरी याद जगाती है यूँ रातों मैं,
चैन आता नहीं ख़्वाहिश -ए मुलाक़ातों मैं,
लिपट गए है मेरे ख्वाब तेरी यादों से
ज़िंदगी मदहोश है प्यार के जज़्बातों मैं.,
रातों को तेरा तस्सवुर सताता है अब हमें,
एक पल भी नहीं चैन आता है अब हमें,
सब पूछते हैं हमसे क्यों तकते हो आसमां को,
क्या बताओं चाँद में नज़र आता है तू हमें.,
नींद से क्या शिकवा जो आती नही रात भर,
कसुर तो उन सपनों का है जो सोने नही देते.,
फ़िक्र सोती थी चैन से पहले,
अब मुझे रात भर जगाती है.,
वो सुबह सुबह आए मेरा हाल पूछने,
कल रात वाला ख़्वाब तो सच्चा निकल गया.,
मैं फिर एक हंसती हुई सुबह उसे लाकर दूँ,
वो रात मेरी याद में गुजारे तो सही.,
आज न जाने राज़ ये क्या है,
हिज्र की रात और इतनी रौशन.,
सुबह हुइ तो आँखें ऐसे नींद से बोझिल थी,
जैसे कोई जाग रहा था मुझ में सारी रात.,
अभी रात कुछ है बाक़ी न उठा नक़ाब साक़ी,
तिरा रिंद गिरते गिरते कहीं फिर सँभल न जाए.,
इक उम्र कट गई है तिरे इंतिज़ार में,
ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिन से एक रात.,
हर एक रात को महताब देखने के लिए,
मैं जागता हूँ तिरा ख़्वाब देखने के लिए.,
कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई,
आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई.,
रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग़,
कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है.,
रात आ जाए तो फिर तुझ को पुकारूँ या-रब,
मेरी आवाज़ उजाले में बिखर जाती है.,
हम आपको कभी खोने नहीं देंगे,
जुदा होना चाहो तो भी होने नहीं देंगे,
चांदनी रातों में जब आएगी मेरी याद,
मेरी याद के वो पल आपको सोने नहीं देंगे.,
रात की चांदनी आपको सदा सलामत रखे,
परियों की आवाज़ आपको सदा आबाद रखे,
पुरे कायनात को खुश रखने वाला वो रब,
हर दिन आप की ख़ुशी का ख्याल रखे.,
ऐ पलक तु बन्द हो जा,
ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,
इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,
कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी.,
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं,
ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज,
हाथ में जाम हैं, मगर पीने का होश नहीं.,
ये रात चांदनी बनकर आपके आँगन आए,
ये तारे सारे लोरी गा कर आपको सुलाए,
हो आपके इतने प्यारे सपने यार,
की नींद में भी आप मुस्कुराएं.,
कितनी जल्दी से मुलाक़ात गुजर जाती है,
प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है,
अपनी यादों से कहो की यूँ ना सताया करे,
नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है.,
रात क्या हुई रोशनी को भूल गए,
चाँद क्या निकला सूरज को भूल गए,
माना कुछ देर हमने आपको SMS नहीं किया,
तो क्या आप हमें याद करना भूल गए.,
Conclusion
यही सभी Raat Shayari आप सभी को काफी पसंद आई होंगी अगर नहीं तो आप हमे कमेन्ट मे बताए हम अपने अगले पोस्ट व Hindi Shayari मे कुछ अच्छा सुधार करेंगे।